Saturday, August 31, 2013

अपराधी और अपराधी का अंतर 16 दिन

सामान्य कानून कहता किसभी नागरिक समान है ।बहुत सारे लोग संविधान के इस अधिकार को सच समझ लेते हैं जबकि ऐसा है नहीं यह हम सब जानते है ।अररे एक ट्रेन मे कितने ही क्लास होते तो क्या सब सवारी बराबर होते है नहीं ना। वैसे संविधान को लाइब्ररी मे सजे रहने दो और सच को पहचानो ।कि आदमी आदमी बराबर नहीं होता है किसी गाँव का मजदूर जुर्म करता है तो दारोगा तुरंत हवालात मे ठुसता है और वही गलती हा जब बड़े लोग करते है तो सबूत होने पर गलती और ना होने पर राजनीतिक  साजिश । वरना कल रात मे 35 साल कि औरत के साथ बलात्कार करने वाले 24 घंटे मे पकड़ जाए बंबई मे रेप हो तो भी तीन दिन मे पाँच अपराधी पकड़ जाते है जबकि अपराधी अनजाने लोग थे ।वहीं जोधपुर मे योनशोषण का कांड होता है अपराधीजाना पहचाना ही नहीं जाना माना है और केंद्र साकार के साथ 2प्रदेश कि सारी पुलिस महमानव के करतब और जुगाड़ देखती रही कई पत्रकारों को पिटवाने और कैमरा तुड़वाने के बाद पूरे सोलह दिन बाद कड़ी पुलिस सुरक्षा के साथ आखिरकार मजबूरी मे गिरफ्तार कर लिया । साधू वाद टीवी मीडिया का जिसने हार नहीं
मानी पूरे समय उनके चारो ओर घेरा  बनाए रखा और उसे भयभीत किए रखा ।

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